रुरिका-चान एक भोले भाव से मनमोहक है जो अनिवार्य रूप से अपने शरीर को अपने हाथों से छिपाती है। - - वह शर्मीली और घबराई हुई थी और उसकी धीमी आवाज पहले धीमी थी, लेकिन धीरे-धीरे उसने अपनी भद्दी अभिव्यक्ति दिखाई। - - वह बहुत शर्मिंदा दिख रही है, लेकिन उसकी चूत से उसके प्रेम रस की आवाज निकल रही है। - उसके मन और शरीर के बीच विरोधाभास कामुक सेक्स है।